फैलता ब्रह्मांड
क्या आप जानते थे?
1929 में, एडविन हबल ने खोजा कि आकाशगंगाएं एक-दूसरे से दूर जा रही हैं, यह साबित करते हुए कि ब्रह्मांड फैल रहा है - यह तथ्य कुरान में 1400 साल पहले बताया गया था।
وَالسَّمَاءَ بَنَيْنَاهَا بِأَيْدٍ وَإِنَّا لَمُوسِعُونَ
और आसमान को हमने शक्ति से बनाया और निश्चय ही हम विस्तार देने वाले हैं।
कुरान 51:47
व्याख्या
इस आयत में प्रयुक्त शब्द 'मूसिऊन' (mūsiʿūn) 'वसअ' की जड़ से आता है जिसका अर्थ फैलाना, बढ़ाना या क्षेत्र विस्तृत करना है। यह शब्द ब्रह्मांड के विस्तार को बिल्कुल सही वर्णित करता है जो 20वीं शताब्दी में वैज्ञानिक खोजों से प्रमाणित हुई।
वैज्ञानिक विवरण
हबल की खोज
1929 में, एडविन हबल ने खोजा कि आकाशगंगाएं एक-दूसरे से दूर जा रही हैं, यह साबित करते हुए कि ब्रह्मांड फैल रहा है - यह तथ्य कुरान में 1400 साल पहले बताया गया था।
आधुनिक साक्ष्य
ब्रह्मांड का विस्तार अब कई साक्ष्यों से प्रमाणित है जिनमें दूर की आकाशगंगाओं की रेडशिफ्ट, कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड रेडिएशन और बड़े पैमाने की संरचनाओं का वितरण शामिल हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ
20वीं शताब्दी से पहले, प्रचलित सिद्धांत यह था कि ब्रह्मांड स्थिर है। आइंस्टीन भी शुरू में इस पर विश्वास करते थे और ब्रह्मांड के विस्तार या संकुचन को रोकने के लिए अपने समीकरणों में 'कॉस्मोलॉजिकल कॉन्स्टेंट' जोड़ा।
संदर्भ
- हबल, E. (1929)। आकाशगंगाओं से बाहर के नेबुलाओं की दूरी और रेडियल वेलोसिटी के बीच संबंध
- आधुनिक ब्रह्मांडीय अवलोकन और ब्रह्मांड का विस्तार
- बिग बैंग सिद्धांत: एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण