पृथ्वी के खूंटे के रूप में पहाड़
क्या आप जानते थे?
आधुनिक भूविज्ञान ने खोजा है कि पहाड़ों की पृथ्वी की परत में गहरी जड़ें होती हैं और बिल्कुल खूंटों की तरह जमीन को मजबूत करती हैं जैसा कि कुरान में वर्णित है।
أَلَمْ نَجْعَلِ الْأَرْضَ مِهَادًا وَالْجِبَالَ أَوْتَادًا
क्या हमने जमीन को बिछौना और पहाड़ों को खूंटे नहीं बनाया?
कुरान 78:6-7
व्याख्या
अरबी शब्द 'औतादन' (अवताद) का अर्थ खूंटे या कीलें हैं और पहाड़ों को उन खूंटों से तुलना करता है जो तंबुओं को मजबूत करने के लिए उपयोग होते हैं। आधुनिक भूविज्ञान ने पुष्टि की है कि पहाड़ों की वास्तव में पृथ्वी की परत में गहरी जड़ें होती हैं और टेक्टोनिक प्लेटों को मजबूत करती हैं, अत्यधिक गति को रोकती हैं - बिल्कुल खूंटों की तरह काम करती हैं।
वैज्ञानिक विवरण
पहाड़ों की जड़ें
पहाड़ पृथ्वी की परत में गहराई तक फैले होते हैं और उनकी जड़ें उनकी दिखाई देने वाली ऊंचाई से कई गुना अधिक होती हैं। यह संरचना पृथ्वी की परत को स्थिर करने में मदद करती है, बिल्कुल उसी तरह जैसे खूंटा तंबू को मजबूत करता है।
प्लेट टेक्टोनिक्स की भूमिका
पहाड़ टेक्टोनिक प्लेटों की सीमाओं पर बनते हैं और उनकी गहरी जड़ें प्लेटों को मजबूत करने में मदद करती हैं, विनाशकारी भूकंपों का कारण बनने वाली अत्यधिक गति को रोकती हैं।
संदर्भ
- अर्थ साइंस रिव्यूज: पहाड़ों का निर्माण और स्थिरता
- जियोलॉजिकल सोसाइटी: पर्वत श्रृंखलाओं की संरचना
- जियोफिजिकल जर्नल: पहाड़ों की जड़ों का अध्ययन
- टेक्टोनोफिजिक्स: प्लेट स्थिरता में पहाड़ों की भूमिका